Ritibadhy kavi tricks || रीतिबद्ध कवि ट्रिक्स || हिंदी साहित्य
आप जानते होंगे कि रीतिकाल को तीन भागो में बांटा गया है – रीतिबद्ध ,रीतिसिद्ध, रीतिमुक्त
रीतिबद्ध कवि ट्रिक्सः
केशवदास 1555ई.-1617 ई. पंचो-पंचो की जरूरत नहीं केश से होगा—– पंचो-पंचो(55)
चिन्तामणि 1609-1685 ई. नो(NO) चिन्ता नो टेंशन– नो से 09
भूषण 1613-1715 ई. तेरा भाषण — तेरा से 13
मतिराम 1616 ई. 16 साल की उम्र में मति भ्रष्ट –16
जसवंत सिंह 1626 ई.-1688 ई. तेरे जस(यश) की छवि सी –छवि से 26
देव 1673 ई.-1767 ई. तिरे तर हो जावो देव में — तिरे तर(73)
रसलीन 1699 ई.-1750 ई. अगर रस में लीन रहे तो 99 का चक्कर—
गोप 1716 ई. 16 साल में गप
पद्माकर 1753 ई.- 1833 ई. तिरे पनघट पर पद्म(कमल) — तिरे पन (53)
ग्वाल 1791 ई.- 1898 ई. इक कान में ग्वाल पुकारे—- इक कान वे (91)
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